1.टैली क्या है?
टैली (Tally) एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जो अकाउंटिंग, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, पे रोल और फाइनेंशियल मैनेजमेंट जैसे कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह खासकर छोटे और मझोले व्यवसायों के लिए बहुत उपयोगी है। टैली का पूरा नाम है "टैली सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड," और इसे सबसे पहले 1986 में भारतीय कंपनी द्वारा विकसित किया गया था।
2.टैली कोर्स क्या है?
टैली कोर्स एक ऐसा प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसे टैली सॉफ्टवेयर के विभिन्न पहलुओं को सिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। इस कोर्स में छात्रों को बेसिक से एडवांस्ड लेवल तक की जानकारी दी जाती है, जिससे वे टैली का प्रभावी रूप से उपयोग कर सकें।
3.टैली कोर्स के प्रकार
टैली कोर्स के कई प्रकार होते हैं, जो छात्रों की जरूरत और उद्योग की मांग के अनुसार डिजाइन किए जाते हैं:
- बेसिक टैली कोर्स: इस कोर्स में टैली सॉफ्टवेयर के मूलभूत सिद्धांतों और इसके इंटरफेस की जानकारी दी जाती है। यह कोर्स अकाउंटिंग की बुनियादी जानकारी रखने वाले छात्रों के लिए उपयुक्त होता है।
- एडवांस्ड टैली कोर्स: यह कोर्स उन छात्रों के लिए होता है जो टैली का गहराई से अध्ययन करना चाहते हैं। इसमें एडवांस्ड अकाउंटिंग, टैक्सेशन, GST (गुड्स एंड सर्विस टैक्स), और डेटा एनालिसिस जैसी सुविधाओं का ज्ञान दिया जाता है।
- टैली ERP 9 कोर्स: यह सबसे व्यापक कोर्स होता है, जिसमें टैली ERP 9 की सभी महत्वपूर्ण विशेषताओं को शामिल किया जाता है। इसमें मल्टी-कंपनी अकाउंटिंग, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, बैंकिंग, पेरोल, और अन्य वित्तीय कार्यों को शामिल किया जाता है।
4.टैली कोर्स में क्या सिखाया जाता है?
टैली कोर्स के अंतर्गत निम्नलिखित मुख्य विषयों को कवर किया जाता है:
- बेसिक अकाउंटिंग: इसमें डबल-एंट्री सिस्टम, वाउचर एंट्री, अकाउंट्स ग्रुप्स, और अकाउंट्स मास्टर बनाने की जानकारी दी जाती है।
- इन्वेंट्री मैनेजमेंट: स्टॉक ग्रुप्स, स्टॉक आइटम्स, स्टॉक केटेगरी, और इन्वेंटरी वाउचर्स की जानकारी।
- टैक्सेशन और GST: GST के सिद्धांत, जीएसटी रिटर्न फाइलिंग, TDS (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स), और टीसीएस (टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स) के बारे में विस्तृत जानकारी।
- पेरोल मैनेजमेंट: कर्मचारियों की सैलरी मैनेजमेंट, पेरोल प्रोसेसिंग, और सैलरी स्लिप्स बनाना।
- डेटा मैनेजमेंट और सिक्योरिटी: बैकअप और रिस्टोर, पासवर्ड प्रोटेक्शन, और डेटा इम्पोर्ट/एक्सपोर्ट।
- रिपोर्टिंग: बैलेंस शीट, प्रोफिट एंड लॉस अकाउंट, स्टॉक रिपोर्ट्स, और GST रिपोर्ट्स बनाना।
5. टैली कोर्स के लाभ
टैली कोर्स के कई लाभ हैं, जैसे:
- करियर के अवसर: टैली सिखने के बाद आप अकाउंटेंट, इन्वेंटरी मैनेजर, पेरोल मैनेजर, और टैक्स कंसल्टेंट जैसे पदों के लिए योग्य हो सकते हैं
- व्यवसाय में उपयोग: यदि आप स्वयं का व्यवसाय चला रहे हैं, तो टैली की जानकारी से आप अपने वित्तीय कार्यों को अधिक प्रभावी और सटीकता से प्रबंधित कर सकते हैं।
- प्रमाणपत्र: टैली कोर्स पूरा करने पर आपको एक प्रमाणपत्र प्राप्त होता है, जो आपकी योग्यता को मान्यता देता है और नौकरी पाने में सहायक हो सकता है।
6.टैली कोर्स कैसे करें?
टैली कोर्स कई तरीके से किया जा सकता है:
- ऑफलाइन कोर्स: आप किसी मान्यता प्राप्त संस्था या कोचिंग सेंटर से ऑफलाइन क्लास में शामिल हो सकते हैं।
- ऑनलाइन कोर्स: आजकल कई प्लेटफॉर्म्स पर ऑनलाइन टैली कोर्स उपलब्ध हैं, जहाँ आप वीडियो लेक्चर्स, स्टडी मैटेरियल्स, और इंटरैक्टिव क्विज़ के माध्यम से सीख सकते हैं।
- डिस्टेंस लर्निंग: कुछ संस्थाएँ डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से भी टैली कोर्स ऑफर करती हैं, जहाँ आपको अध्ययन सामग्री पोस्ट के माध्यम से भेजी जाती है और आप घर पर रहकर पढ़ाई कर सकते हैं।
7.टैली कोर्स की अवधि और फीस
टैली कोर्स की अवधि और फीस विभिन्न संस्थानों और कोर्स के स्तर पर निर्भर करती है:
- बेसिक टैली कोर्स: आमतौर पर 1 से 3 महीने की अवधि का होता है और इसकी फीस 5000 से 10000 रुपये तक हो सकती है।
- एडवांस्ड टैली कोर्स: इसकी अवधि 2 से 6 महीने तक हो सकती है और फीस 10000 से 20000 रुपये तक हो सकती है।
- टैली ERP 9 कोर्स: यह एक लंबा कोर्स होता है जिसकी अवधि 6 महीने से 1 वर्ष तक हो सकती है और फीस 20000 से 50000 रुपये तक हो सकती है।
8.टैली में करियर के अवसर
टैली सिखने के बाद, आप निम्नलिखित करियर अवसरों का लाभ उठा सकते हैं:
- अकाउंटेंट: किसी भी कंपनी में अकाउंटिंग और बुक कीपिंग के लिए टैली का व्यापक रूप से उपयोग होता है।
- GST कंसल्टेंट: GST के बारे में जानकारी होने पर आप एक GST कंसल्टेंट के रूप में भी काम कर सकते हैं।
- पेरोल मैनेजर: कंपनियों में कर्मचारियों की सैलरी मैनेज करने के लिए पेरोल मैनेजर की जरूरत होती है।
- टैली ट्रेनर: आप टैली सीखने के बाद इसे दूसरों को सिखाने का काम भी कर सकते हैं।
9.टैली कोर्स के लिए आवश्यकताएँ
टैली कोर्स के लिए कुछ आवश्यकताएँ होती हैं:
- शैक्षिक योग्यता: टैली कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं पास है, लेकिन ग्रेजुएट्स भी इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
- कंप्यूटर ज्ञान: बेसिक कंप्यूटर ज्ञान होना आवश्यक है, जैसे कि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग और टाइपिंग।
- अकाउंटिंग की बेसिक जानकारी: टैली कोर्स करने से पहले अकाउंटिंग के मूलभूत सिद्धांतों की जानकारी होना लाभकारी हो सकता है।
टैली कोर्स एक उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो छात्रों और व्यवसायियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह कोर्स अकाउंटिंग, टैक्सेशन, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, और फाइनेंशियल रिपोर्टिंग के विभिन्न पहलुओं को कवर करता है, जिससे आप वित्तीय कार्यों को अधिक प्रभावी और सटीकता से प्रबंधित कर सकते हैं। टैली का ज्ञान आपको करियर में बढ़ने के कई अवसर प्रदान करता है और यह आपके पेशेवर विकास में सहायक हो सकता है। यदि आप एक अकाउंटिंग या फाइनेंस बैकग्राउंड से हैं, तो टैली कोर्स आपके करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकता है।